Pigmentation Meaning in Hindi – पिग्मेंटेशन क्या होता है?
Pigmentation का मतलब होता है – त्वचा पर असमान रंग या दाग-धब्बे होना। जब स्किन में मेलानिन (Melanin) का उत्पादन असंतुलित हो जाता है, तब चेहरे पर काले, भूरे या धब्बेदार निशान दिखने लगते हैं। यही स्थिति पिग्मेंटेशन कहलाती है।
पिग्मेंटेशन के प्रकार (Types of Pigmentation)
- पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन (PIH): मुंहासों, जलने या चोट के बाद होने वाले गहरे दाग।
- मेलास्मा (Melasma): हार्मोनल बदलाव और सूरज की किरणों से उत्पन्न धब्बे — अक्सर गालों, माथे और होंठों के ऊपर।
- सन स्पॉट्स (Sun Spots): सूरज की UV किरणों के कारण उम्र के साथ बनने वाले भूरे निशान।
पिग्मेंटेशन के कारण (Causes of Pigmentation)
- तेज धूप में रहना
- हार्मोनल असंतुलन
- स्किन पर बार-बार स्क्रब करना या एक्टिव्स का गलत इस्तेमाल
- स्किन बैरियर का कमजोर होना
पिग्मेंटेशन का इलाज – सही स्किनकेयर कैसे चुनें?
पिग्मेंटेशन को कम करने के लिए जरूरी है — धीरे, गहराई से और सुरक्षित तरीके से काम करने वाला रेटिनोल।
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कितने समय में असर दिखता है?
- 3–4 हफ्तों में स्किन की बनावट सुधरती है
- 6–8 हफ्तों में दाग हल्के होने लगते हैं
- लगातार इस्तेमाल से स्किन टोन संतुलित होती है
निष्कर्ष – पिग्मेंटेशन का हल संभव है
पिग्मेंटेशन को समय और सही स्किनकेयर से कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है या दाग लंबे समय से बने हुए हैं, तो हमारी Retinol Face Cream से शुरुआत करें।